Fundamental Analysis kaise kare, अब सीखना हुआ आसान - फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे, अब सीखना हुआ आसान
Fundamental Analysis Kaise Kare : निवेश करने की यात्रा पर निकल रहे है? चलिए फंडामेंटल एनालिसिस के कला को खोले, वह उपकरण जो निवेशकों को स्टॉक मार्केट के कठिन परिस्थितियों को समझाता है।
स्टॉक मार्केट में निवेश करना दिलचस्प और डराने वाला हो सकता है, खासकर नए लोगो के लिए। तरह तरह के रणनीतियों और दृष्टिकोणों के बिच अपनी जगह बनाना मुश्किल हो सकती है। वैसे तो, फंडामेंटल एनालिसिस एक पुराना और कारगर उपाय है, जो बाजार की गतिशीलता को मापता है। हम इस आर्टिकल में फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे इन के रहस्यों को जानेगे, जो आपको सही निवेश निर्णय लेने में मदद करेगा।
इस पोस्ट में आप जानेंगे
1. क्या होता है फंडामेंटल एनालिसिस?(What Is Fundamental Analysis?)2. फंडामेंटल एनालिसिस की मूल बाते समझना.(Understanding The Basics Of Fundamental Analysis.)
3. फंडामेंटल एनालिसिस का महत्व क्या है? What Is The Importance Of Fundamental Analysis?
4. दो प्रकार के फंडामेंटल एनालिसिस होते है।
5. किसी स्टॉक का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे(Kisee Stock Ka Fundamental Analysis Kaise Kare)
5.1. आय विवरण पढ़े (Income Statement / Profit&Loss)
5.2. बैलेंस शीट पढ़े (Balance Sheet)
5.3. नकदी प्रवाह विवरण पढ़े (Cash Flow Statement)
5.4. P/E Ratio(Price To Earning Ratio) देखे
5.5. P/B Ratio(Price To Book Value Ratio) देखे
5.6. D/E Ratio(Debt To Equity Ratio) देखे
5.7. ROCE(Return On Capital Employed) देखे
5.8. कंपनी का बिज़नेस मॉडल समझ लेना आवश्यक है?
5.9. कंपनी का वार्षिक(Annual) रिपोर्ट पढ़ना
5.10. मैनेजमेंट को समझना
5.11. प्रमोटर शेयर होल्डिंग देखे
5.12. इंडस्ट्री की जांच करे
5.14. कंपनी अपनी ग्रोथ पे काम कर रही है या नहीं
5.15. कंपनी की भविष्य की संभावनाओं का एनालिसिस करे
6. FAQ’s (Fundamental Analysis kaise kare)
6.1. fundamental(मौलिक) analysis(विश्लेषण) क्या है?
6.2. अर्निंग ग्रोथ की जांच क्यों करे?
6.3. कर्ज की मात्रा की परवाह क्यों करे?
6.4. डिविडेंड क्या होता है?
6.5. पी/ई रेश्यो क्या है?
7. Conclusion (Fundamental Analysis kaise kare)
क्या होता है फंडामेंटल एनालिसिस?(What Is Fundamental Analysis?)
फंडामेंटल एनालिसिस किसी कंपनी या स्टॉक के बारे में थोड़े समय की जानकारी से बचने के एक तरीका है। हर दिन स्टॉक पर कोई ना कोई न्यूज़ आती रहती है। जब की , ये जानकारी ट्रेडर के लिए फयदेमंद हो सकती है, लेकिन स्टॉक मार्केट में हर कोई व्यापारी नहीं है। ज्यादा से ज्यादा लोग लंबी अवधि के निवेश में विश्वास करते है। वे लोग स्टॉक खरीदना और रखना चाहते है।
फंडामेंटल एनालिसिस आपको कंपनी के विशिष्ट गुणों का पता लगाने में मदद करता है। फंडामेंटल एनालिसिस करने के लिए आपको लेखांकन(accounting), व्यवसाय और गणित की कुछ मूल बाते जाननी होगी। इसके अलावा, आपको उद्योग, क्षेत्र और कंपनी का काम करने के तरीके के बारे में कुछ सामान्य ज्ञान की आवश्यकता होगी, जो विभिन्न डॉक्यूमेंट से प्राप्त किया जा सकता है।
फंडामेंटल एनालिसिस की मूल बाते समझना.(Understanding The Basics Of Fundamental Analysis.)
फंडामेंटल एनालिसिस एक कंपनी के हेल्थ की जांच करने के समान है। यह पैसे कमा रहा है और ऋणों(debt) को अच्छी तरह से संभाल रहा है, यह देखने के लिए इसके वित्तीय विवरण(financial statements) की जांच करे।
फंडामेंटल एनालिसिस का महत्व क्या है? What Is The Importance Of Fundamental Analysis?
फंडामेंटल एनालिसिस से कंपनी की वास्तविक स्थिति का पता चलता है, इसलिए निवेशकों को इसका उपयोग करना चाहिए। यह वित्तीय विवरणों(financial statements) और ratio को देखकर कंपनी की लाभदायक(profitability), मज़बूती और विकास क्षमता(Growth potential) का मूल्यांकन करने में मदद करता है। किसी कंपनी के बेसिक सिद्धांतों को समझने से निवेशकों को शेयर बाजार में बुद्धिमानी से निर्णय लेने में मदद करती है, यह एक कंपास के तरह है।
यह ख़राब निर्णय लेने की संभावना को कम करता है, क्योंकि यह कंपनी के प्रबंधन(management) को उद्योग की गतिशीलता और सामन्य बाजार परिस्थितियों पर नज़र डालता है। अंतत, फंडामेंटल एनालिसिस एक मजबूत निवेश योजना बनाने की आधारशिला है, जो नवेशक को आत्मविश्वास से बाजार में घूमने और दीर्घकालिक सफलता के संभावना को बढ़ाने में मदद करता है।
दो प्रकार के फंडामेंटल एनालिसिस होते है।
फंडामेंटल एनालिसिस दो प्रकार की होती है-1. Qualitative Analysis - गुणात्मक विश्लेषण
2. Quantitative Analysis - मात्रात्मक विश्लेषण
Qualitative Analysis
Qualitative Analysis नामक एक विधि का उपयोग करके टिप्पणियों(comment), शब्दों और अन्य गैर संख्यात्मक डेटा का अध्ययन और विश्लेषण किया जाता है। कठिन जानकारी को समझना जानकारी की चालाकी, संदर्भों और बेसिक बातो को समझने पर निर्भर करता है। दूसरे शब्दों में, यह एक घटना की वजह और तंत्रो(systems) को निर्धारित करने के लिए डेटा की क्षमता और व्यापकता की जांच करने की प्रक्रिया है।
Quantitative Analysis का झुकाव सांख्यिकी(statistics), रिपोर्ट और डेटा की और होता है। यह पूरी तरह से इसके वित्तीय विवरण(financial statements) quarterly रिजल्ट, बैलेंस शीट(balance sheet), ऋण(debt), नकदी(cash flow) पर आधारित है इसमें, संख्याओं, ratios, और प्राइस का एनालिसिस करना शामिल है, जिससे शेयर की प्राइस और कंपनी की पूरी वित्तीय का पता चलता है।
किसी स्टॉक का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे(Kisee Stock Ka Fundamental Analysis Kaise Kare)
आपने भी कभी कभी सोचा होगा की लोग शेयर बाजार में मल्टीबैगर स्टॉक के बारे में कैसे बताते है। यह लोग फंडामेंटल एनालिसिस को देखकर बताते है।
अगर, आप लोग इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते है तो आप भी मल्टीबैगर स्टॉक ढूंढ सकते हो।
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तो चलिए दोस्तों फंडामेंटल एनालिसिस की बात करते है।
फंडामेंटल एनालिसिस की नीव किसी कंपनी के वित्तीय विवरणों(Financial Statements) में निहित होती है। तीन प्राथमिक वित्तीय विवरण(Financial Statements), आय विवरण(Income Statement), बैलेंस शीट(Balance Sheet), नकदी प्रवाह विवरण(Cash Flow Statement).
आय विवरण पढ़े (Income Statement / Profit&Loss)
आय विवरण(Income Statement) एक वित्तीय स्नैपशॉट के तरह होता है जो कंपनी की आय(revenue), लागत(expenditure), और लाभ(profit) या हानि(loss) को एक निश्चित समय, एक महीना, तिमाही या वर्ष में दिखाता है। यह कुल बिक्री से शुरू होता है, बेचीं गई वस्तुओं की लागत और संचालन लागत को कम करता है, फिर शुद्ध इनकम का खुलासा होता है। सीधे शब्दों में, यह एक रिपोर्ट कार्ड है की कोई व्यवसाय वित्तीय रूप से कितना अच्छा काम कर रहा है, जिसमे कुल लाभप्रदता(profitability) की गणना करने के लिए उंसने क्या कमाया और कितना खर्च किया, इसकी डिटेल दी गई है।बैलेंस शीट पढ़े (Balance Sheet)
बैलेंस शीट(balance sheet) किसी कंपनी के वित्तीय स्नैपशॉट की तरह होती है, जो दिखाती है की उनके पास क्या है और शेष है। एक तरह इसकी संपत्तियां (जैसे नकदी, इमारत और भंडार(inventory) है, और दूसरे तरफ इसकी देनदारियां (ऋण(debt) और दायित्व(obligation) है। जो कंपनी की शुद्ध(net) संपत्ति का प्रतिनिधित्व करता है। यह निवेशकों और प्रबंधकों को किसी कंपनी की वित्तीय स्वास्थ्य को समझने में मदद करता है।नकदी प्रवाह विवरण पढ़े (Cash Flow Statement)
कॅश फ्लो स्टेटमेंट(cash flow statement) एक वित्तीय जीपीएस की तरह काम करता है, की किसी कंपनी में पैसा कैसे आता जाता है। यह नकदी स्रोतों (जैसे बिक्री और निवेश) और उपयोग ( जैसे खर्च और ऋण(debt) भुगतान) को दो श्रेणियों में विभाजित करता है। सीधे शब्दों में, यह दिखाता है की कंपनी किसी निश्चित समय में नकदी प्राप्त कर रही है या खो रही है, जो उसकी तरलता(liquidity) और दायित्वों(obligations) को कवर करने की क्षमता को समझने के लिए आवश्यक है।P/E Ratio(Price To Earning Ratio) देखे
P/E Ratio, या प्राइस(price) टू(to) अर्निंग(earning) रेश्यो(ratio) एक वित्तीय उपकरण है जो स्टॉक के प्राइस को निर्धारित करने में मदद करता है यह गिनती स्टॉक के कीमत को प्रति शेयर लाभ से विभाजित करके की जाती है। सीधे शब्दों में, यह निवेशकों को बताता है की कंपनी की कमाई के प्रत्येक रूपये के लिए कितना भुगतान कर रहे है। भविष्य के विकास के लिए एक उच्च P/E Ratio एक अच्छी hint हो सकती है।P/E Ratio बताता है की स्टॉक सस्ता है या महंगा,
बाजार विश्लेषकों का कहना है की 20 या 20 प्रतिशत से कम PE Ratio अच्छा समजा जाता है ।
बाजार विश्लेषकों का कहना है की 20 या 20 प्रतिशत से कम PE Ratio अच्छा समजा जाता है ।
P/B Ratio(Price To Book Value Ratio) देखे
pb ratio का मतलब है price to book value ratio होता है। बुक वैल्यू का अर्थ है, की अगर एक कंपनी अपनी सारी लायबिलिटी चूका दे, तो उसके पास जो एसेट बचेगा उसका मूल्य बुक वैल्यू होता है। पीबी रेश्यो एक सीधा मीट्रिक है जो किसी कंपनी के स्टॉक प्राइस की तुलना उसके प्रति शेयर बुक वैल्यू से करता है। यह निवेशकों को यह निर्धारित करने में मदद करता है की किसी स्टॉक का मूल्य कम है या ज्यादा है। कम पिबी रेश्यो बाजार में अच्छा माना जाता है, जबकि एक ज्यादा पिबी रेश्यो ज्यादा मूल्यांकन का hint दे सकता है। सीधे शब्दों में, यह किसी शेयर के बाजार मूल्य और उसके वित्तीय हेल्थ के बिच संबंध निर्धारित करने का एक तरीका है।D/E Ratio(Debt To Equity Ratio) देखे
debt to equity ratio डीई रेश्यो एक वित्तीय माप को दिखाता है की किसी कंपनी पर उसके शेयरधारक इक्विटी की तुलना में कितना कर्ज(debt) है। कम डी/ई रेश्यो कम वित्तीय जोखिम का सुझाव देता है क्योंकि कंपनी धन लागत के लिए कर्ज पर कम निर्भर रहती है। दूसरी और, ज्यादा डी/ई रेश्यो, ज्यादा जोखिम की सुचना दे सकता है, क्योंकि कंपनी पर इक्विटी की तुलना में ज्यादा कर्ज(debt) है। यदि डीई रेश्यो 1 से कम होने पर उसे अच्छा माना जाता है, लेकिन एक से ज्यादा है तो नुकसान की संभावना ज्यादा होती है। डीई रेश्यो का उपयोग निवेशक किसी कंपनी का कर्ज(debt) संभालने की क्षमता और उसके पुरे वित्तीय हेल्थ का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है।ROCE(Return On Capital Employed) देखे
Return on Capital Employed में कंपनी में use किये जाने वाला सभी पैसा शामिल होता है और कंपनी उसेक ऊपर कितना return बना रही है, यही Return on Capital Employed है।return on capital employed(roce) किसी कंपनी के लिए एक प्रदर्शन ग्रेड है, जो बताता है की वो अपने पैसे को कितनी अच्छी तरह मुनाफे में बदल रही है। ज्यादा roce का मतलब है की कंपनी अपने पैसे का बुद्धिमानी से उपयोग कर रही है, जबकि कम roce सूचित करता है की कंपनी अपने पैसे का अच्छे तरह से उपयोग नहीं कर रही है। सीधे शब्दों में, roce हमे ये देखने में मदद करती है की कोई कंपनी अपने पास उपलब्ध संसाधनों से पैसे कमाने में कितनी अच्छी है।
कंपनी का बिज़नेस मॉडल समझ लेना आवश्यक है?
फंडामेंटल एनालिसिस में बिज़नेस मॉडल को समझना सबसे जरूरी काम है। किसी कंपनी का बिज़नेस मॉडल समझने के लिए कुछ बातो का ध्यान रखना होगा।- कंपनी पैसे कैसे कमाती है।
- किस चीज़ का ज्यादा उपयोग कंपनी अपने उत्पादन में करती है।
- कंपनी के कार्यों को देखना होगा, की कंपनी करती क्या है?
- कंपनी उत्पाद(product) बनाने में कितना खर्च करती है?
- किस उत्पाद(product) से कंपनी का रिवेन्यू(आय) आता है?
- रिवेन्यू और खर्च का सटीक विश्लेषण करें।
- देखें कि कंपनी अपना विस्तार कैसे कर रही है |
- कंपनी का मार्जिन कितना है और यह किन बातों से प्रभावित होता है |
कंपनी का वार्षिक(Annual) रिपोर्ट पढ़ना
साल में एक बार, कंपनी वार्षिक रिपोर्ट छापती है और उसे शेयरहोल्डर और दूसरे लोगो को भेजती है। एक वित्तीय वर्ष के अंत में वार्षिक रिपोर्ट छापी जाती है, जिसमे 31 मार्च तक हर डेटा शामिल होता है।वार्षिक रिपोर्ट कंपनी के निवेशकों से सवांद करने के लिए जारी की जाती है ।
वार्षिक रिपोर्ट में कई भाग होते है जो बिज़नेस से जुड़े तरह तरह की मुद्दों पर चर्चा करते है।
वार्षिक रिपोर्ट में तीन वित्तीय रिपोर्ट है - प्रॉफिट एंड लोस्स(लाभ और हानि), बैलेंस शीट और कॅश फ्लो।
मैनेजमेंट को समझना
ज्यादातर निवेशकों को पता है की अच्छी प्रबंधन(management) टीम का होना किसी कंपनी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विषय, यह है की प्रबंधन(management) का मूल्यांकन करना कठिन है। यह स्पष्ट है की निवेशक केवल वित्तीय विवरणों पर ध्यान देकर किसी कंपनी के बारे में निश्चित नहीं हो सकते।इक्विटी निवेश का मूल्यांकन करते समय, कंपनी के मैनेजमेंट की क्षमता और गुणवत्ता को समझना भविष्य की सफलता और लाभ का अनुमान लगाने के लिए महत्वपूर्ण है।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एजुकेशन, की जांच करे
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का अनुभव, की जांच करे
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का वेतन , इनकी जानकारी आपको annual(वार्षिक) रिपोर्ट में मिलेगी।
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प्रमोटर शेयर होल्डिंग देखे
निवेशकों के लिए प्रमोटर होल्डिंग महत्वपूर्ण है।
जब प्रमोटरों के पास किसी कंपनी के शेयर का बड़ा हिस्सा होता है, तो यह उनकी संभावनाओं में उनके विश्वास को दिखाता है। प्रमोटरों को संभवतः वित्तीय स्थिति, उद्योग दृष्टिकोण और संचालन के बारे में पता होगा।
कंपनी में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने का उनका निर्णय इस बात का सिगनल(signal) दिखाता है की वे उसके विकास की क्षमता को लेकर उत्साहित है। इसके विपरीत, प्रमोटर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी या शेयरों को कम करते है, तो वे कंपनी की संभावनाओं पर विश्वास खो रहे है।
जिस कंपनी के प्रमोटर के पास 60 प्रतिशत से ज्यादा शेयर होते है, उसे पॉजिटिव(सकारात्मक) दृष्टिकोण से देखा जाता है।
इसलिए बड़े बड़े निवेशक सलाह देते है की निवेशकों को ऐसी कंपनी में निवेश करना चाहिए जिसमे प्रमोटर का हिस्सा 60 प्रतिशत से ज्यादा हो।
इंडस्ट्री विश्लेषण यह समझने में मदद करता है की क्या उद्योग परिपूर्णता बिंदु तक पहुंच गया है या इसमें और विकास की संभावना है। यदि उद्योग में कोई विकास नहीं हो रहा है, तो कंपनी तब तक संतृप्त हो सकती है जब तक, वह नए उप-उद्योग में काम नहीं करती है।
किसी कंपनी की तुलना उसके साथियों से कर सकते है, ताकि आप यह समझ सके की यह उनके मुकाबले कैसा प्रदर्शन कर रहा है।
जब प्रमोटरों के पास किसी कंपनी के शेयर का बड़ा हिस्सा होता है, तो यह उनकी संभावनाओं में उनके विश्वास को दिखाता है। प्रमोटरों को संभवतः वित्तीय स्थिति, उद्योग दृष्टिकोण और संचालन के बारे में पता होगा।
कंपनी में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने का उनका निर्णय इस बात का सिगनल(signal) दिखाता है की वे उसके विकास की क्षमता को लेकर उत्साहित है। इसके विपरीत, प्रमोटर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी या शेयरों को कम करते है, तो वे कंपनी की संभावनाओं पर विश्वास खो रहे है।
जिस कंपनी के प्रमोटर के पास 60 प्रतिशत से ज्यादा शेयर होते है, उसे पॉजिटिव(सकारात्मक) दृष्टिकोण से देखा जाता है।
इसलिए बड़े बड़े निवेशक सलाह देते है की निवेशकों को ऐसी कंपनी में निवेश करना चाहिए जिसमे प्रमोटर का हिस्सा 60 प्रतिशत से ज्यादा हो।
इंडस्ट्री की जांच करे
इंडस्ट्री विश्लेषण निवेशक को उन बाजार हालत को समझने में मदद करता है जो संबंधित कंपनी को प्रभावित करते है। ये फैक्टर(factor) उद्योग की मांग-आपूर्ति मज़बूती, जनसांख्यिकी, प्रतिस्पर्धा, प्रवेश और एग्जिट(exit) मूल्य अदि हो सकते है।इंडस्ट्री विश्लेषण यह समझने में मदद करता है की क्या उद्योग परिपूर्णता बिंदु तक पहुंच गया है या इसमें और विकास की संभावना है। यदि उद्योग में कोई विकास नहीं हो रहा है, तो कंपनी तब तक संतृप्त हो सकती है जब तक, वह नए उप-उद्योग में काम नहीं करती है।
किसी कंपनी की तुलना उसके साथियों से कर सकते है, ताकि आप यह समझ सके की यह उनके मुकाबले कैसा प्रदर्शन कर रहा है।
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कंपनी अपनी ग्रोथ पे काम कर रही है या नहीं
किसी कंपनी के विकास का अंदाज़ करते समय महत्वपूर्ण सिगनल(signal) देखते है। पॉजिटिव(सकारात्मक) वित्तीय स्थिति, जैसे आय(revenue) और मुनाफा(profit), विकास(growth) का सिगनल देती है। ग्रोथ बाजार हिस्सेदारी और ग्रोथ करनेवाली टीम आगे प्रगति का सिगनल देते है। दूसरी तरफ, रुकी हुई आय(revenue), स्थिर कर्मचारि, या नयापन की कमी रूकावट का सिगनल दे सकती है। इस बात को याद रखना महत्वपूर्ण है की विकास सिर्फ पैसे की बारे में नहीं है, विकसित होना, सुधार करने और बदलाव को स्वीकार करने के बारे में है। इन सिगनल को देखकर आप आसानी से समझ सकते है की कोई कंपनी चुनौतियों का सामना कर रही है या विकास की राह पर है।
कंपनी की भविष्य की संभावनाओं का एनालिसिस करे
किसी भी कंपनी के भविष्य की भविष्यवाणी करने में महत्वपूर्ण फैक्टर(factor) को देखना आवश्यक है। शक्तिशाली वित्तीय दृष्टिकोण, नयी रणनीतियाँ और मार्केट के ट्रेंड को देखते हुए सक्रिय रहने के सिगनल सभी अच्छे सिगनल है। दूसरी तरफ, बहुत ज्यादा कर्ज, कम अनुकूलन क्षमता और स्थिर विकास चुनौतियाँ तैयार कर सकता है।
किसी कंपनी के भविष्य का अनुमान लगाने के लिए, उसके वित्तीय स्वास्थ्य, बदलाव को अपनाने की क्षमता और पुरे रणनीतिक दृष्टि का विश्लेषण कर सकते है।
FAQ’s (Fundamental Analysis kaise kare)
1. fundamental(मौलिक) analysis(विश्लेषण) क्या है?
यह तरीका है की किसी company की मूलभूत वित्तीय जानकारी देखकर उसके स्वास्थ्य का मूल्यांकन करना।
2. अर्निंग ग्रोथ की जांच क्यों करे?
यह पता लगाने के लिए की क्या कंपनी टाइम के साथ ज्यादा पैसे कमाती है, या स्थिरता का इशारा देती है।
3. कर्ज की मात्रा की परवाह क्यों करे?
ज्यादा कर्ज का मतलब है की बिलों का भुगतान करते टाइम मुश्किल हो सकती है, इसी वजह से, यह वित्तीय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
4. डिविडेंड क्या होता है?
स्थिर या बढ़ता हुआ डिविडेंड वित्तीय रूप से शक्तिशाली कंपनी की और इशारा करता है।
5. पी/ई रेश्यो क्या है?
इससे ये पता चलता है की मार्केट किसी कंपनी की स्टॉक प्राइस की तुलना में उसकी कमाई को कितना मूल्य देता है।
यह तरीका है की किसी company की मूलभूत वित्तीय जानकारी देखकर उसके स्वास्थ्य का मूल्यांकन करना।
2. अर्निंग ग्रोथ की जांच क्यों करे?
यह पता लगाने के लिए की क्या कंपनी टाइम के साथ ज्यादा पैसे कमाती है, या स्थिरता का इशारा देती है।
3. कर्ज की मात्रा की परवाह क्यों करे?
ज्यादा कर्ज का मतलब है की बिलों का भुगतान करते टाइम मुश्किल हो सकती है, इसी वजह से, यह वित्तीय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
4. डिविडेंड क्या होता है?
स्थिर या बढ़ता हुआ डिविडेंड वित्तीय रूप से शक्तिशाली कंपनी की और इशारा करता है।
5. पी/ई रेश्यो क्या है?
इससे ये पता चलता है की मार्केट किसी कंपनी की स्टॉक प्राइस की तुलना में उसकी कमाई को कितना मूल्य देता है।
Conclusion (Fundamental Analysis kaise kare)
fundamental analysis की यात्रा को बंद करते टाइम, ये बाते याद रखे की, कमाई के माध्यम से कंपनी की कहानी देखे, कर्ज संबंधी नुकसान को देखे, स्थिर डिविडेंड के लिए खुश रहे, और पी/ई रेश्यो और नकदी प्रवाह कंपनी के मार्केट मूल्य और वित्तीय मैनेजमेंट क्षमता को बताते है।
मैं उम्मीद करता हु की यह आर्टिकल कंपनी का fundamental analysis kaise kare (फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे), ये पढ़ने में आपको पसंद आया होगा
अगर आपके पास किसी प्रकार का डाउट या सवाल है तो हमें कमेंट करे, या हमे artinstockmarket@gmail.com पे मेल करे, आपके सवालो का जवाब देने में हमे खुशी होगी।
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HAPPY INVESTING( शुभ निवेश )